रक्षाबंधन भाई बहन का त्योहार
रक्षाबंधन भाई बहन का है त्यौहार,
कितना पावन व पवित्र है ये त्यौहार।
डोरी रेशम की बांधती बहन भाई को,
संसार का सबसे सुखद है ये त्यौहार।।
बहन भाई के मस्तक पर तिलक लगाती,
भांति भांति के व्यंजन भाई को खिलाती।
लेती है वह रक्षा का वचन इस दिन भाई से,
प्रेम का पावन पवित्र पानी वह पिलाती।।
सावन की पूनम को ये त्यौहार है आता,
चंदा भी अपनी भू बहन से मिलने आता।
भाई बहन का है ये पावन पवित्र त्योहार,
साथ में रिमझिम बूंदों की सौगात लाता।।
धरती ने चंदा को इंद्रधनुषी राखी पहनाई,
दोनो ने मिलकर अनेकों खुशियां मनाई।
हो जाती है हरी भरी धरती मां इस दिन,
जब मेघों ने भू पर रिमझिम झड़ी लगाई।।
राखी आई साथ में अनेक खुशियां लाई,
बहन आज के दिन फूली नहीं समाई।
एक खुशी का वातावरण होता है जब,
बहन ने थाली में राखी रोली सजाई।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम