“”रक्षाबंधन”” पर्व है प्यारा– कविता
बहन मै तेरी _मेरे भाई
बाबुल के घर आऊंगी।
तेरे लिए भी_ रेशम धागा,
अपने संग में लाऊंगी।।
यह नाता अमर हमारा,
“रक्षाबंधन” पर्व है प्यारा।।
तेरी कलाई मै सजाऊं,
रक्षा का वचन तू दे देना।
दुख _ सुख में हम मिलते रहे,
और न कुछ चाहे बहना।।
मै तेरी आंखो की ज्योति,
मेरी आंख का तू तारा।
यह नाता अमर हमारा,
रक्षा बन्धन पर्व है प्यारा।।
**रक्षाबंधन पर्व की सभी को अग्रिम बधाई**
राजेश व्यास अनुनय