रक्त दान करें।
मित्रो सादर समर्पित है, कुण्डलिया ।
आया अवसर दान का,करें रक्त का दान ।
रक्त दान परहित करें,जीवन दान महान ।
जीवन दान महान, खुशी का अनुभव करिये।
नियमित कर यह दान, प्यार हर दिल में भरिये।
कह प्रवीण कविराय, कर्म जन जन को भाया।
है अपना सौभाग्य, आज यह अवसर आया ।
डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव आत्मज स्व प्रेम चन्द्र प्रसाद वर्मा, सीतापुर ।