रक्त का अंबार लगा है,
रक्त का धार बहा है,
दुश्मन खड़ा ललकार रहा है
अब वह बच के ना जाएंगे
चाहे हम या वो मिट्टी में मिल जाएंगे
मिटने का तुम नाम ना लो हम भारत के वीर हैं
सौ पर भारी एक हैं यहां हम शमशीर हैं।।
उठा लो तलवार दौड़ लगाओ रण में अब वह बच के ना जाने पाए,
खौफ क्या होता है भारत का वह किसी से बता ना पाए ।
कर लो तैयारी युद्ध का अब तो युद्ध धमासान होगा
भारत बनेगा फिर से सोने की चिड़िया,पाकिस्तान बना शमशान होगा
लिखा जाएगा इतिहास फिर से भारत के शौर्य का
जैसे लिखा गया इतिहास चंद्रगुप्त मौर्य का
साम-दाम-दंड-भेद सभी आज लगादो
घुस आए वह हमारी धरती में उनको तुम भगा दो
होगा शोर दुनिया में तो दुनिया हम से पूछेगा
भारत की जय जय कार से पूरा ब्रह्मांड गूँजेगा
हो जाओ न्योछावर मातृभूमि पर यह अवसर बार-बार नहीं आता है
हर कोई अपने देश के लिए यूं मर मिट नहीं जाता है
नमन तुमको ऐ मेरे सैनिक हम तेरे ऋण नहीं दे पाएंगे
अगर ईश्वर चाहे तो हमें मौका दें हम भारत के लिए कुछ कर जाएंगे