रक्तदान – महादान
जब जीवन की सांसें लड़खडा़ती हैं
रक्तदान – जीवनदान पुकारती हैं ,
कोई जीवन के भंवर में रहता है
भरोसा वो हम पर ही तो करता है ,
ऐसे विषम क्षणों में
जीवन – मृत्यु के पलों में ,
रक्त की करता आस है
वही तो उस वक्त ख़ास है ,
कोई तो रक्षक आयेगा
रक्त अपना दे जायेगा ,
प्राण बचा अपने रक्त से
ईश्वर हो जायेगा भक्त से ,
सभी प्रण ले रक्तदान का
जीवन के जीवनदान का ,
ये सभी दानों में महादान है
क्योंकि रक्तदान – जीवनदान है ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 27/01/2021 )