– रक्तदान पुण्यकाम
स्वस्थ हो तो तुम जीवन में करो यह पुण्य काम,
सभी कहेंगे तुमको हम हो कृष्ण और राम,
अपने रक्त से जरुरतमंद को दो जीवन दान,
होगा रक्तदान यही है बड़ा जीवन में वरदान,
सब दान में है रक्तदान ही महादान।।
दुखी हो रक्त को यूं ही मत सुखाओं, नादानी में,
नसों को काट कर नी पीढ़ी तुम रक्त ना बहाओं,
रंजिश रख दिलों में मारपीट कर लहू ना फैलाओ,
मानवता का पाठ पढ़ो मजबूरों के देवता कहलाओ,
जरूरतमंदों को रक्तदान कर इंसान का फर्ज निभाने।।
रक्तदान में जाति-पाति का कुछ भी भेद नहीं,
सब इंसान एक समान इसमें कोई संदेह नहीं,
देव पूजा एक तरफ मानव सेवा श्रेष्ठ वेद कहे यही,
स्वैच्छा से रक्तदान करों जीवन में यह काम सही,
रक्त ना बने मजबूरी पर रक्तदान है बहुत जरुरी।।
हां मैंने भी , रक्तदान नहीं रक्तग्रहण किया था धन्यवाद !!
उस शख्स को जिसका रक्त मुझे वक्त पर मिला था,
मौत के मुंह से बच सही करती अपनों के बीच हंसीगान,
जरूरतमंद के लिए रक्तदान बन जाता अनुपम सौगात,
जुग -जुग जिएं वो इंसान जो करता रक्तदान।।
– सीमा गुप्ता,अलवर (राजस्थान)