” रंग – रंगीली “
रंग जो रंगने मैं चली ,
मैं भी उस रंग हो गई रंगीली ।
रंग तेरा हो या रंगोली ,
रंगों को है रंगना हमजोली ।
रंग ना देखे काला या गोरी ,
सबकी रंग देता है चोली ।
रंग लाल , नीला हो या गुलाबी ,
हर तरफ दिखे जैसे बैरागी ।
बीत गए देख इंतजार ओ टोली ,
देखते देखते लो आ गई होली ।
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली