रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
फागुन में हो गया रंगीला संवरिया
टोपी पहन कर ढोलक बजाए ठगीला संवरिया
एक ना माने बातियां सजीला संवरिया
टोली में मिलकर रंग लगाए छबीला संवरिया
नीले पीले लाल कर गया गाल गठीला संवरिया
छाया आसमानों में गुलाल दिखाए हठीला संवरिया
कृष्ण रुप सजाए देखो भागा ये कजरीला संवरिया
पीकर भंग मचाए हुड़दंग बड़ा जहरीला सांवरिया
पर पल नया रुप दिखाएं बड़ा चटकीला संवरिया
भौंहों को ऐसे ताने जैसे दो कमाने बड़ा भड़कीला संवरिया
राधा पुकारे गुलाल लेके भागे बड़ा कटीला संवरिया
माखन की मटकी चुराए , पकड़ में ना आए बड़ा सपनीला संवरिया