रंगीन
आंखें नशीली जैसे अफीम सा नशा,
सुर्ख लबों पर तुम्हारे रंगीन सा नशा।
मयकदे में मुझको मदहोश जो करे,
जरा होंठों से पिला दे नमकीन सा नशा।
जिंदगी एक कविता@गौरव
आंखें नशीली जैसे अफीम सा नशा,
सुर्ख लबों पर तुम्हारे रंगीन सा नशा।
मयकदे में मुझको मदहोश जो करे,
जरा होंठों से पिला दे नमकीन सा नशा।
जिंदगी एक कविता@गौरव