Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2023 · 1 min read

*य से यज्ञ (बाल कविता)*

य से यज्ञ (बाल कविता)

य से यज्ञ सुखद कहलाता
स्वच्छ वायु से इसका नाता
अग्नि रोग-कीटाणु भगाती
काष्ठ आम की जब जल जाती
हम भी सुंदर यज्ञ करेंगे
जग सुगंध से पूर्ण भरेंगे

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

663 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
संस्कार में झुक जाऊं
संस्कार में झुक जाऊं
Ranjeet kumar patre
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
Anil Mishra Prahari
समय की धारा रोके ना रुकती,
समय की धारा रोके ना रुकती,
Neerja Sharma
गर्द चेहरे से अपने हटा लीजिए
गर्द चेहरे से अपने हटा लीजिए
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
23/68.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/68.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इश्क़ में हम कोई भी हद पार कर जायेंगे,
इश्क़ में हम कोई भी हद पार कर जायेंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे जब से सवाल कम हैं
मेरे जब से सवाल कम हैं
Dr. Mohit Gupta
"सुनो एक सैर पर चलते है"
Lohit Tamta
सोच
सोच
Neeraj Agarwal
*करता है मस्तिष्क ही, जग में सारे काम (कुंडलिया)*
*करता है मस्तिष्क ही, जग में सारे काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कुछ लोगो का दिल जीत लिया आकर इस बरसात ने
कुछ लोगो का दिल जीत लिया आकर इस बरसात ने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मेरी नज्म, मेरी ग़ज़ल, यह शायरी
मेरी नज्म, मेरी ग़ज़ल, यह शायरी
VINOD CHAUHAN
यदि आप नंगे है ,
यदि आप नंगे है ,
शेखर सिंह
यूं ही नहीं हमने नज़र आपसे फेर ली हैं,
यूं ही नहीं हमने नज़र आपसे फेर ली हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
एक कप कड़क चाय.....
एक कप कड़क चाय.....
Santosh Soni
सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया
सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया
Sanjay ' शून्य'
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हालात बदलेंगे या नही ये तो बाद की बात है, उससे पहले कुछ अहम
हालात बदलेंगे या नही ये तो बाद की बात है, उससे पहले कुछ अहम
पूर्वार्थ
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
रद्दी के भाव बिक गयी मोहब्बत मेरी
Abhishek prabal
प्रकाश एवं तिमिर
प्रकाश एवं तिमिर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
सोच
सोच
Shyam Sundar Subramanian
होगा कोई ऐसा पागल
होगा कोई ऐसा पागल
gurudeenverma198
मेरी आँखों में देखो
मेरी आँखों में देखो
हिमांशु Kulshrestha
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
जाने कहाँ से उड़ती-उड़ती चिड़िया आ बैठी
Shweta Soni
आखिर कब तक ?
आखिर कब तक ?
Dr fauzia Naseem shad
चाय - दोस्ती
चाय - दोस्ती
Kanchan Khanna
■ 2023/2024 👌
■ 2023/2024 👌
*प्रणय प्रभात*
Loading...