योगा
जीवन में आरोग्य रहने का
एक अमूल्य नींव है योगा,
कलेवर की रुग्णतों को
भगाने का कर्म करता योगा।
योगा करने वाले मनुष्य
कलेवर से ही नहीं बल्कि,
काया – मानस से परिपूर्ण
रहते सदैव ही तंदुरुस्त हैं।
योगा करने से ही होती
गात में चुस्ती का आगमन है,
चुस्ती स्वभाव के सबब ही तो
मनुष्य जगत में होते ख्यात हैं।
एक दिवा योगा करने से
ना संप्राप्ति हमें लाभ है ,
प्रतिदिन व्यायाम करने से ही
होती संप्राप्ति हमें लाभ है।
✍️✍️✍️उत्सव कुमार आर्या
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार