योगा डे सेलिब्रेशन
योगा डे सेलिब्रेशन
“प्रेमा, जल्दी से चार-पाँच लोगों के लिए बढ़िया-सा नास्ता-पानी का बंदोबस्त कर लो।” विधायक रमेश जी ने अपनी पत्नी से कहा।
“चार-पाँच लोगों के लिए ? क्यों ? किनके लिए ? कोई मेहमान आने वाले हैं क्या ?” उनकी धर्मपत्नी प्रेमा ने पूछा।
“अरे नहीं यार, योगा डे के सिलसिले में मैंने कई लोगों को बुलाया है। वे लोग शाम के पाँच बजे तक आ जाएँगे।”
“पर योगा डे तो कल है न ? अभी से क्यों बुला लिए ?”
“अरे यार, तू तो कुछ समझती ही नहीं। तुम्हें तो पता ही है कि 11 बजे से पहले मेरी नींद खुलती नहीं। कल सभी योगा करेंगे, तो हम भला पीछे क्यों रहें ?”
“तो … ये लोग आज क्या करने के लिए आ रहे हैं ?”
“बहुत भोली हो तुम प्रेमा। कल सोशल मीडिया में सब लोग अपनी-अपनी योगा करते हुए पोस्ट डालेंगे। अखबारों में फोटो के साथ खबरें भी छपेंगी।”
“तो…” प्रेमा आश्चर्य से पूछी।
“तो क्या, मैंने सेविंग करा लिया है। योगा के लिए मैट और ड्रेस लाने के लिए अपने पी.ए. को भेज दिया है। मेकअप आर्टिस्ट और फोटोग्राफर पाँच बजे तक आएँगे। फोटो शूट आज ही करा लूँगा। हमारी पी.ए. सुबह ठीक सात बजे सोशल मीडिया में फोटो पोस्ट कर देगी। सबको पहले से ही समझा दिया है कि हमारी नींद खुलते तक फ्रैंड्स और पार्टी कार्यकर्ताओं के पाँच हजार लाइक्स तो होने ही चाहिए।” विधायक महोदय ने समझाया।
“वाह ! कितने दूरदर्शी हैं आप। मैं अभी व्यवस्था करती हूं।” प्रेमा तैयारी में जुट गई।
-डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़