ये हैं आशिक़ी
एक बार हमारी प्यारी किशोरी राधा रानी से कृष्ण ने पूछा ,कुंज गली मे कोई एतबार नही करता , कहते है सब छलिया मुझे । इस छलिया से इतनी मोहब्बत क्यू । राधा रानी ने क्या खूब जवाब दिया । प्रीत की रीत है अटपटी । जमाने की तानों से इसकी कभी पटी ना । और वैसे भी धड़कन की गर्माहट तुम हो ,नींद के पैमानों मे छिपे तुम हो ,
चहरे और बातों मे रखते रूहानी पन तुम हो ,फिर कैसे प्रेम रोग लागे ना ।