ये स्वर्ग और नरक पे, क्यों करता संदेह l
ये स्वर्ग और नरक पे, क्यों करता संदेह l
कभी तो है सही सही, जर जर होती देह ll
प्रभु और खुदा होन पे, क्यों करता संदेह l
कैसे चले सही सही, ब्रह्मांड और देह ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न
ये स्वर्ग और नरक पे, क्यों करता संदेह l
कभी तो है सही सही, जर जर होती देह ll
प्रभु और खुदा होन पे, क्यों करता संदेह l
कैसे चले सही सही, ब्रह्मांड और देह ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न