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20 Sep 2021 · 1 min read

ये शहर की उदासी

ये शहर की उदासी
आ गई क्यों गाँव मे
तीखे धूप की बरसात
क्यों होने लगी छाँव मे
थोड़ी दूर चलकर ही पानी भर गया जिसमे
मैं चढ़ा ही क्यों इस नाव में
काँटे तो काँटे . अब तो फूलों से भी
जखम होने लगे पाँव मे।

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