Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jul 2022 · 2 min read

ये प्यार बहुत याद आएगा

ये प्यार बहुत याद आएगा
जो बीता है हर लम्हा तुम्हारे साथ
ये वक्त अब कभी ना आएगा
ये प्यार बहुत याद आएगा
वो तुम्हारी प्यारी सी बातें वो हमारी सभी मुलाकातें
कुछ पीछे ही छूट गई हैं
इन बीते हुए लम्हों को जब याद करेंगे हम
हमारे रोते हुए चेहरे पर एक नन्ही- सी मुस्कान ले आएगा
ये प्यार बहुत याद आएगा
वो मेरा तुमसे छोटी- छोटी बात पर रूठ जाना
और तुम्हारा अलग- अलग अंदाज से मुझे मनाना
वो घंटों बैठकर एक फोन कॉल का इंतजार करना
अब कहां इस इंतजार का मजा जिंदगी में दोबारा आएगा
ये प्यार बहुत याद आएगा
वो तुम्हारा अचानक से ही प्यार का इजहार कर जाना
वो इस दिल में अपने लिए नफरत पैदा कर जाना
धीरे-धीरे इस इंकार में ना जाने कैसे इकरार हो जाना
वो तुम्हारा मुझे कुछ भी गिफ्ट करना
और उसे मेरा इस कदर संजोकर रखना
वो गिफ्ट ही हमारी सारी यादें ताजा कर जाएगा
ये प्यार बहुत याद आएगा
यकीन करके तुम पर
इरादा बना लिया हद से गुजर जाने का
सपने संजोने लगी आंखों में अपने उस सुनहरे कल के
क्या पता था आंखों में नमी ये प्यार ही ले आएगा
फिर भी ये प्यार बहुत याद आएगा
मुझे यूं निराश करके मुझे यूं उदास करके
वो बढ़ गया जिंदगी के सफर में
और हम वहीं ठहर कर इंतजार करते रहे वो जरूर आएगा
पता नहीं था ये प्यार हकीकत नहीं अफसाना बन कर रह जाएगा
ये प्यार बहुत याद आएगा
शायद मेरी इबादत में वो शिद्दत ना थी
जरा भी मालूम ना था ये बंधन यूं अधूरा रह जाएगा
हाँ जिंदगी भर जिंदगी की ये एक याद बनकर रह जाएगा
बस हर पल, हर लम्हा ये प्यार बहुत याद आएगा
ये प्यार बहुत याद आएगा….
_ ज्योति खारी

7 Likes · 10 Comments · 400 Views

You may also like these posts

आदमी कहलाता हूँ
आदमी कहलाता हूँ
Kirtika Namdev
जीवन चलचित्र के किरदार कई सारे,
जीवन चलचित्र के किरदार कई सारे,
Manisha Manjari
आगमन
आगमन
Shikha Mishra
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय*
कांटें हों कैक्टस  के
कांटें हों कैक्टस के
Atul "Krishn"
पृथ्वी की परिधि
पृथ्वी की परिधि
अंकित आजाद गुप्ता
*बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह*
*बस मे भीड़ बड़ी रह गई मै खड़ी बैठने को मिली ना जगह*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"ऐ जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
नारी री पीड़
नारी री पीड़
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
पर्वत को आसमान छूने के लिए
पर्वत को आसमान छूने के लिए
उमेश बैरवा
दादी
दादी
Shailendra Aseem
ऐ जिन्दगी मैने तुम्हारा
ऐ जिन्दगी मैने तुम्हारा
पूर्वार्थ
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
Ravi Prakash
बेकरार दिल
बेकरार दिल
Ritu Asooja
दोहा छंद भाग 2
दोहा छंद भाग 2
मधुसूदन गौतम
आज पलटे जो ख़्बाब के पन्ने - संदीप ठाकुर
आज पलटे जो ख़्बाब के पन्ने - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
Shweta Soni
फिक्र किसी की कौन अब,
फिक्र किसी की कौन अब,
sushil sarna
सूर्य देव
सूर्य देव
Shutisha Rajput
इसका क्या सबूत है, तू साथ सदा मेरा देगी
इसका क्या सबूत है, तू साथ सदा मेरा देगी
gurudeenverma198
मनुख
मनुख
श्रीहर्ष आचार्य
मिली वृक्ष से छांह भी, फल भी मिले तमाम
मिली वृक्ष से छांह भी, फल भी मिले तमाम
RAMESH SHARMA
माता सरस्वती
माता सरस्वती
Rambali Mishra
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏*गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
होली आ रही है रंगों से नहीं
होली आ रही है रंगों से नहीं
Ranjeet kumar patre
हम अपनी आवारगी से डरते हैं
हम अपनी आवारगी से डरते हैं
Surinder blackpen
स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं का योगदान
स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं का योगदान
Dr.Pratibha Prakash
2940.*पूर्णिका*
2940.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हमसफ़र बन जाए
हमसफ़र बन जाए
Pratibha Pandey
Loading...