*ये दिलवर हमारा*
ये दिलवर हमारा
नूर चेहरे का रोशन कर रहा है सारा,,
इतना प्यारा जो है ये दिलवर हमारा,,
नजरो की शरारत से जान ले ली उसने,
न जाने कैसे होगा एक ये पहर गुजारा
इत्र सी महक है सुना है उस जिस्म की,
जिसका किरदार है ये खास यार हमारा
वक़्त की गुज़रिश है को वो पास हो,,
पर वो दूर से ही हो गया है सार हमारा
सर्द से यहसास सा है वो इश्क रात मैं,,
नामुमकिन है मनु बिन अब हर गुजारा
रचना ,,,,मानक लाल मनु,,