ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे जैसे आज दिन में ही अमावस हो गई हो – निःशब्द स्तब्ध विचलित है वो आपकी आखिरी क्षणों की तस्वीर देखकर वो आप ही है, ये आंख स्वीकृति ही नही देती। आसमान से आज सबसे चमकीला तारा ध्रुव तारा हमारे बीच से चला गया ।
RJ Anand Prajapati