Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2021 · 1 min read

ये ज़िन्दगी

ये ज़िन्दगी क्यूं कर रही , तू इतना परेशान
हर कदम कदम पर , तू क्यूं ले रही इम्तिहान
हार जाऊंगी या लौट जाउंगी , येसा तो न होगा कभी
शतरंज का खेल तू खेलती रह,और तू चल अपनी चाल
तेरी सह को बदल दूंगी मात में,
क्योंकि सीखा नहीं हारना मैंने भी ।।

डिगा सकती नहीं तू, मुझे मेरे कर्तव्य से
विश्वास नहीं तो देख आजमाकर तू
तेरी हर चुनौती को, यूं हि मुस्कुराकर कर दूंगी पार
ये ज़िन्दगी क्यूं कर रही , तू इतना परेशान
हर कदम – क़दम पर , तू क्यूं ले रही इम्तिहान।।

मंज़िल अभी मिली नहीं , पर तय कर चुके रास्ता
सपनों को पूरा करने का , दे चुके मां को वास्ता
तेरी चंद कठिनाईयों से ,
छोड़ सकते नहीं दामन सच्चाई का
फिर चाहें क्यूं न करती रह, तू हमको रुसवा ।।

✍️ रश्मि गुप्ता @ Ray’s Gupta

Language: Hindi
5 Likes · 6 Comments · 359 Views

You may also like these posts

बेटी हूँ माँ तेरी
बेटी हूँ माँ तेरी
Deepesh purohit
" श्रम "
Dr. Kishan tandon kranti
समय का खेल
समय का खेल
Adha Deshwal
तेरी सूरत में मोहब्बत की झलक है ऐसी ,
तेरी सूरत में मोहब्बत की झलक है ऐसी ,
Phool gufran
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
Harminder Kaur
बेरोजगार युवा
बेरोजगार युवा
Durgesh Bhatt
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
जानें क्युँ अधूरी सी लगती है जिंदगी.
शेखर सिंह
■ 5 साल में 1 बार पधारो बस।।
■ 5 साल में 1 बार पधारो बस।।
*प्रणय*
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
4516.*पूर्णिका*
4516.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भिक्षुक एक श्राप
भिक्षुक एक श्राप
Kaviraag
जबकि ख़ाली हाथ जाना है सभी को एक दिन,
जबकि ख़ाली हाथ जाना है सभी को एक दिन,
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
DR Arun Kumar shastri
DR Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Tu Mainu pyaar de
Tu Mainu pyaar de
Swami Ganganiya
माँ
माँ
Dr Archana Gupta
ସେହି ଚୁମ୍ବନରୁ
ସେହି ଚୁମ୍ବନରୁ
Otteri Selvakumar
माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर।
माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर।
अनुराग दीक्षित
राम-वन्दना
राम-वन्दना
विजय कुमार नामदेव
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
रौनक़े कम नहीं हैं दुनिया में ,
रौनक़े कम नहीं हैं दुनिया में ,
Dr fauzia Naseem shad
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
*बिखरा सपना  संग संजोया*
*बिखरा सपना संग संजोया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आकर्षण का नियम
आकर्षण का नियम
महेश चन्द्र त्रिपाठी
किसी से प्यार, हमने भी किया था थोड़ा - थोड़ा
किसी से प्यार, हमने भी किया था थोड़ा - थोड़ा
The_dk_poetry
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
Keshav kishor Kumar
चौपाई छंद -राम नाम
चौपाई छंद -राम नाम
Sudhir srivastava
*बस एक बार*
*बस एक बार*
Shashi kala vyas
दुःखद चुटकला। joke
दुःखद चुटकला। joke
Priya princess panwar
*पृथ्वी दिवस*
*पृथ्वी दिवस*
Madhu Shah
हर रोज़ तुम्हारा पता पूछते उन गलियों में चला जाता हूं
हर रोज़ तुम्हारा पता पूछते उन गलियों में चला जाता हूं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...