ये ज़िंदगी भी अजीब है यारों!
ये ज़िंदगी भी अजीब है यारों!
तेरा हिसाब वो इक पल में कर लेगी,
पर उसका हिसाब नहीं कर सकते!
कब किस वक़्त करवट ये बदल लेगी,
ये अनुमान तुम और हम नहीं कर सकते!
इसीलिए इक मशविरा है यारों,
कि तेज रफ़्तार से चलते चलो…
जिसे कल करना है उसे आज ही करो!
…. अजित कर्ण ✍️