ये कैसी शायरी आँखों से आपने कर दी।
ये कैसी शायरी आँखों से आपने कर दी।
मेरे सिवाय कोई और उसे पढ़ न सका।।
कौन सा रंग लगाया था आपने कश्यप।
कई होली गई कोई और रंग चढ़ न सका।।
“कश्यप”
ये कैसी शायरी आँखों से आपने कर दी।
मेरे सिवाय कोई और उसे पढ़ न सका।।
कौन सा रंग लगाया था आपने कश्यप।
कई होली गई कोई और रंग चढ़ न सका।।
“कश्यप”