ये कीमती पौधे
ये कीमती पौधे, ये लहराती नदिया
इने काटकर रो रहे है सभी
जो बादल यही पे बरस जाएगी
सारे किसानों की फसलें बच जाएगी
चुप रहना ए भारत के लोगो
पेड़ पौधे नदियों को है बचाना
इनके कटने से पर्यावरण दुसित होता है
ये कीमती पौधे, ये लहराती नदिया
इने काटकर रो रहे है सभी
आदमी इतने मगरूर हो जाएंगे
प्रकृति से खेलेंगे पैसा कमाएंगे
ये कर देगा बेगाना
दुनिया को है बतलाना
ये कीमती पौधे, ये लहराती नदिया
इने काटकर रो रहे है सभी
सारे इनकी शिकायत करते हैं
फिर भी प्रकृति से छेड़छाड़ करते है
ये नुकसान इसका क्या जाने
नही है इनके कोई पैमाने
ये कीमती पौधे, ये लहराती नदिया
इने काटकर रो रहे है सभी
गणेश नाथ तिवारी”विनायक”