Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

ये किसकी लग गई नज़र

रचना नंबर (।7)

ये किसकी लग गई नजर

कहाँ है मेरा सुंदर नगर
हो गया शापित शहर
कहाँ गया खुसुर-पुसुर
ये कौन ढा रहा कहर
ये किसकी लग गई नज़र
जो कभी थे हमसफ़र
साथ में गुज़र-बसर
चिड़ियों की चटर-पटर
मुंबई बन गया शहर
ये किसकी लग गई नज़र
बेटियां मानो जिगर
प्यार पाती और कदर
लोलुप हुए सारे भ्रमर
हर कली गई सिहर
ये किसकी लग गई नज़र
पवन बहे जैसे लहर
हर ज़िन्दगी थी बेखबर
निशा सदा नहीं सहर
बज गया अंतिम बजर
ये किसकी लग गई नज़र
क्यूँ कहे अगर-मगर
जाना नहीं इधर-उधर
सारे बहाने छोड़कर
दिल कहे कि कर गुज़र
ये किसकी लग गई नज़र
न हो यहाँ कभी गदर
पर्यावरण का हो असर
रिश्ते रखें सहेजकर
बचाओ बेटी हर पहर
ये कौन ढा रहा कहर
ये किसकी लग गई नज़र

सरला मेहता
इंदौर
स्वरचित

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्यों इन्द्रदेव?
क्यों इन्द्रदेव?
Shaily
*नज़्म*
*नज़्म*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
आलोचक सबसे बड़े शुभचिंतक
आलोचक सबसे बड़े शुभचिंतक
Paras Nath Jha
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
तो जानो आयी है होली
तो जानो आयी है होली
Satish Srijan
" अधरों पर मधु बोल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
मानते हो क्यों बुरा तुम , लिखे इस नाम को
gurudeenverma198
Life
Life
Neelam Sharma
वो गुलशन सा बस बिखरता चला गया,
वो गुलशन सा बस बिखरता चला गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जब कोई न था तेरा तो बहुत अज़ीज़ थे हम तुझे....
जब कोई न था तेरा तो बहुत अज़ीज़ थे हम तुझे....
पूर्वार्थ
लोग गर्व से कहते हैं मै मर्द का बच्चा हूँ
लोग गर्व से कहते हैं मै मर्द का बच्चा हूँ
शेखर सिंह
सत्य तो सीधा है, सरल है
सत्य तो सीधा है, सरल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कौआ और कोयल (दोस्ती)
कौआ और कोयल (दोस्ती)
VINOD CHAUHAN
■ नज़्म-ए-मुख्तसर
■ नज़्म-ए-मुख्तसर
*प्रणय प्रभात*
*अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)*
*अमर तिरंगा रहे हमारा, भारत की जयकार हो (गीत)*
Ravi Prakash
दीप शिखा सी जले जिंदगी
दीप शिखा सी जले जिंदगी
Suryakant Dwivedi
11) “कोरोना एक सबक़”
11) “कोरोना एक सबक़”
Sapna Arora
ख़ुद ब ख़ुद
ख़ुद ब ख़ुद
Dr. Rajeev Jain
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
Manisha Manjari
अपने क़द से
अपने क़द से
Dr fauzia Naseem shad
एक संदेश बुनकरों के नाम
एक संदेश बुनकरों के नाम
Dr.Nisha Wadhwa
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"" *सपनों की उड़ान* ""
सुनीलानंद महंत
मुश्किलों से तो बहुत डर लिए अब ये भी करें,,,,
मुश्किलों से तो बहुत डर लिए अब ये भी करें,,,,
Shweta Soni
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
Rj Anand Prajapati
खाने को पैसे नहीं,
खाने को पैसे नहीं,
Kanchan Khanna
2537.पूर्णिका
2537.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दौलत
दौलत
Neeraj Agarwal
धर्म की खिचड़ी
धर्म की खिचड़ी
विनोद सिल्ला
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
Loading...