**** ये काल महा बन जायेगी ****
जीवन में चलना है साथी
कुछ फूलों कुछ काँटों पे
नादानी अब छोड़ दे प्यारे
परमेश्वरी शक्ति है न्यारी
करबद्ध करले प्रार्थना तूं
फिर है हितकारिणी
तूं अविश्वास को छोड़ दे
समय है बाकि ना मुख मोड़
मत चल उलटी चालें तूं
ये काल महा बन जायेगी
जीवन में चलना है साथी
कुछ फूलों कुछ काँटों पे ।।
?मधुप बैरागी