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3 Sep 2024 · 1 min read

ये आसमा में जितने तारे हैं

ये आसमा में जितने तारे हैं
सब दिखावट के सहारे हैं ।

घर से निकला है हर कोई
कितनों को मिले किनारे हैं ।।

कवि दीपक सरल

2 Likes · 59 Views
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