ये अजब अनोखी दुनिया
ये अजब अनोखी दुनिया, ये अजब अनोखी दुनिया।
बाप है कर्ज़े में डूबा…
Scooty मांगें मुनिया।
ये अजब अनोखी दुनिया, ये अजब अनोखी दुनिया।
दारू पी कर मौज मनाते…
घर में नहीं है धनिया।
ये अजब अनोखी दुनिया, ये अजब अनोखी दुनिया।
जुए में वो हर गए हैं…
अब बेचें गंजी जांघिया।
ये अजब अनोखी दुनिया, ये अजब अनोखी दुनिया।
दिल का पानी सूख चुका है…
भाए उनको दरिया।
ये अजब अनोखी दुनिया, ये अजब अनोखी दुनिया।
बाहर सुधारक घर में कहते…
तू शुद्र मैं बनिया।
ये अजब अनोखी दुनिया, ये अजब अनोखी दुनिया।
घर घर में अब रावण बैठा…
करे क्या राम-लखनिया?
ये अजब अनोखी दुनिया, ये अजब अनोखी दुनिया।
कवि का कोई मान नहीँ है…
“सुधीरा” भी गाली सुनिया।
ये अजब अनोखी दुनिया, ये अजब अनोखी दुनिया।