यूक्रेन रूस युद्ध और भारत
भारत पर विश्व का दबाव
रूस के विरूद्ध सख्त रूख अपनाये
भारत ने निंदा तक नही की
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और महासभा मे
रूस के विरूद्ध प्रस्ताव मे मतदान नही किया
क्वाड मे भी भारत ने तटस्थ रूख अपनाया
यूक्रेनी राष्ट्रपति, राजदूत ने भारत से विनती की
रसूख का इस्तेमाल कर रूस को हमले से रोके
भारत ने बात तो की अपने छात्रों/नागरिकों को
युद्ध क्षेत्र से निकालने की, और कहने पर रूस ने
8 घंटे के लिए गोला बारी बंद की ताकि भारतीय निकल सके।
ये कोई छोटी या मामूली बात नही थी।
ये एक बड़ी बात थी।
इसे भारत का दबदबा समझा जाए
या रुस का अपनत्व ।
स्वरचित
मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर