यूं ना लगा जिंदगी दांव पर
तू जिनदंगी यू न लगा दाव पर।अभी तू है बेखबर ।युगों युगों का तप कख ये फल।ऐसे न गवा इसे कीमती है तेरा एक पल।।जिनदंगी न लगा दाव पर।।अभी तू है बेखवर।किसी सेभी वयवहार ऐसा न कर ।जिनदंगी न लगा दाव पर ।सभल सभल कर चलना है कठिन है डगर ।जिनदंगी न……।।। जितने भी तेरे जीवन के साथी उनहे न दरकिनार कर ।जिनदंगी न लगा दाव पर।चाहे करले लाख जतन ।दुबारा नही मिलेगा ये तन।।जीले सभल सभल कर ।जिनदंगी न लगा दाव पर ।