यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
यकीनन एक रोज ऐसा होगा जब तुम खुद को नहीं पहचान पाओंगे,
और ये बदलने वाले छोड जाएंगे तुम्हारी हाल पे और,
तुम किसी और का क्या, खुद का भी नहीं हो पाओं
यूँ जो तुम लोगो के हिसाब से खुद को बदल रहे हो,
यकीनन एक रोज ऐसा होगा जब तुम खुद को नहीं पहचान पाओंगे,
और ये बदलने वाले छोड जाएंगे तुम्हारी हाल पे और,
तुम किसी और का क्या, खुद का भी नहीं हो पाओं