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सिद्धार्थ गोरखपुरी
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18 May 2022 · 1 min read
यूँही
वक़्त तय करता है क़ीमत सबकी
लोग यूँही बेशकीमती बने जा रहे हैं
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
Language:
Hindi
Tag:
शेर
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