युवा शक्ति गजल
हमारी उड़ानो का तुम्हें क्या अंदाजा होगा।
बादलों से पूछो उड़ना हमसे ही सीखा होगा।।
मंजिल ना मिली तो इरादा नहीं रास्ता बदलना होगा।
ठोकरें मिलती रहे फिर भी उठकर चलना होगा।।
बेशक तू मत घबरा पथिक ऐसा भी समय होगा।
मंजिल को जरूर एक दिन तेरे कदमों में ठहरना होगा।
मकां भी तेरा होगा रास्ता भी तेरा होगा।
जीवन जीने का हर एक अंदाज अलग सा होगा।।
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सत्यम गुप्ता
फतेहपुर