युवा दिवस पर विशेष।
आज का युवा,बन गया नकल निधान ।—न बचा बल और बना न बुद्धि मान।——–युवा राष्ट्र निर्माण की इकाई है, पर नही पहचान।—-गलत आदतों का होता,हर दम शिकार——*—————————-नही चिंता करता है, अपने राष्ट्र और परिवार।—–उसको तो बस, मदहोशी छाईं रहती हैं। मर्यादा का ध्यान नही रखता मन में ला बसती है। आज का युवा भटक चुका अपने धर्म और कर्म से।——***फिल्मों के अनुसरण ने उसे अब भटकाया है अपने मर्म से । अभी समय है कुछ तो सीखले माता-पिता से।—***—*धारण कर ले अपने मन में, धर्म को और परम पिता को।