युद्ध
युद्ध
छोड़ जाता है युद्ध
अपने पीछे
खंडहर में तब्दील
आलिशान इमारतें
हंसते-खेलते तबाह हुए
परिवारों के यतीम बच्चे
विधवा महिलाएं
बुढ़ापे की लकड़ी
खोए हुए बुजुर्ग
युद्ध बंदियों से भरी जेल
धुआं-धुंआ
गर्द-गुमार
चीख-पुकार
नफरत, गुस्सा, ईर्ष्या
अभावग्रस्त जीवन
भयावह हालात
क्या फिर भी
युद्ध जरूरी है?
-विनोद सिल्ला