युद्ध
सृष्टि के विनाश का,
सबसे बड़ा सबब है युद्ध,
महाभारत और रामायण का युद्ध,
सबसे बड़ा दृढ़ता है,
सृष्टि के विनाश का।
युद्ध में फतह किसी की हो,
वेदना तो दोनों को संप्राप्ति है,
जिंदगी में हमेशा युद्ध को,
टालने का प्रयत्न करो।
युद्ध से ना संप्राप्ति कुछ,
पर गम दे जाता है,
खुशी से जीवन थामना है,
तो युद्ध ना करने का,
हर संभव उद्योग करना होगा।
युद्ध में होता है संहार,
जिस संहार को अंबक,
सम्राट अशोक का मन,
युद्ध ना करने की ठान ली,
हमें भी सम्राट अशोक की प्रतिवर्णिक,
अपने मन को तबदीली होगा।
नाम :- उत्सव कुमार आर्या
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार