युद्ध जरूरी है अभी
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लो,आदेश दिया
कवि होते हुए भी,
कोमल और करुण होते हुए भी।
लो,संदेश दिया
बूढ़ा होते हुए भी,
अशक्त और बीमार होते हुए भी।
लो,हौसला देता हूँ
थका होते हुए भी,
हमेशा पराजित रहते हुए भी।
लो,वरदान देता हूँ।
श्रापग्रस्त होते हुए भी
शौर्य का,विजय और साम्राज्य का।
जाओ युद्ध करो।
विषैले और वह विषपायी हैं।
वह आदमी नहीं आततायी हैं।
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