युद्ध और शान्ति
नहीं देखता भारत स्वपन
कभी विश्व विजय के
नहीं किये युद्ध किसी देश से
उसे गुलाम बनाने के लिये
या उस पर अधिकार जमाने के लिये
या उसे मौत की नींद सुलाने के लिये
दिल जीते हैं उसने बहुत देशों के
कभी भी तलवार से नहीं
हमेशा प्यार से
हिंदू धर्म हों या संस्कार
बुद्ध की करुणा हो या आचार विचार
फैले हैं दूर और आसपास
भारत के हाथ में कभी नही रही तलवार
उसके दिल में रहा
मानवता के लिये प्यार
विश्व का उद्धार