याद रखिये परिस्थिति कितनी भी भयावह हो, फिर भी तुम कमाल हो ! – आनंदश्री
याद रखिये परिस्थिति कितनी भी भयावह हो, फिर भी तुम कमाल हो ! – आनंदश्री
संकट, निराशा, अवसाद, नकारात्मक परिस्थितियां इनमे से कैसे भी हो , दुखी मत होना। इसके बजाय खुश रहो। खुशी वह है जो सभी को जीवन में हासिल करनी चाहिए, जबकि तनावपूर्ण स्थितियों, असहज भावनाओं और चुनौतीपूर्ण बाधाओं से बचना चाहिए। उन लोगों के बावजूद जो वास्तव में मानव मन और व्यवहार का अध्ययन करते हैं,ये ऐसी चीजें नहीं हैं जो आपकी मानसिकता को मजबूत करती हैं , गुणवत्ता वाली आदतों को विकसित करती हैं , आपके व्यक्तित्व को आकार देती हैं , और आपको एक मजबूत व्यक्ति बनाती हैं । क्योंकि तुम कमाल हो । हर कोई कमाल है। यदि आप जीवित हैं, तो आप कमाल हैं। आप अच्छे कर्म करके, अपने कौशल और ज्ञान को आगे बढ़ाने, कड़ी मेहनत करने और खुद को एक स्मार्ट, सक्षम और दिलचस्प व्यक्ति में विकसित करने से एक भयानक व्यक्ति नहीं बन जाते हैं।
आप एक परियोजना के लिए एक विचार है? किताब लिखने की सोच रहे हैं? कारोबार शुरू करना? यूट्यूब चैनल? ब्लॉग? इसका लाभ उठाएं। मुझे यकीन है कि यह एक अनूठा, कभी नहीं किया गया-पहले विचार है। और अगर आपको लगता है कि यह अविश्वसनीय हो सकता है, नहीं। आपका प्रत्येक विचार आश्चर्यजनक है क्योंकि, जैसा कि हमने सीखा है, आप कमाल हैं और आलोचना खराब है। यदि आप वास्तव में आलोचना से कुछ सीख सकते हैं, तो इसका मतलब होगा कि यह जरूरी नहीं है कि बुरा हो।
हर परिस्थिति में आप कमाल हो, आप आप कमाल हो
प्रो डॉ दिनेश गुप्ता आनंदश्री
आध्यात्मिक व्याख्याता – माइंडसेट गुरु
मुंबई