याद में ही तो जल रहा होगा
याद में ही तो जल रहा होगा
यार तन्हा जो चल रहा होगा
ख़्वाब में वो दिखाई देता है
आंख से जो ओझल रहा होगा
– संदीप गांधी नेहाल
याद में ही तो जल रहा होगा
यार तन्हा जो चल रहा होगा
ख़्वाब में वो दिखाई देता है
आंख से जो ओझल रहा होगा
– संदीप गांधी नेहाल