Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2022 · 1 min read

याद पर लिखे अशआर

आपकी याद तो नहीं लेकिन ।
कोई पिघला है दर्द आँखों से ।।

एक दर्द-ए-एहसास जिसे कह न पाऊं कहीं ।
गुज़रते वक़्त की मानिंद गुज़र न जाऊं कहीं ।।

ज़िंदगी तुझसे यहाँ कौन कटा होता है ।
दर्द हर सांस के हिस्से में बंटा होता है ।।

ज़ख़्म नासूर करके रखते हैं ।
दर्द की हम दवा नहीं करते ।।

इनका एहसास खूब होता है ।
दर्द इतने बुरे नहीं होते ।।

ज़ख़्म गहरा सा कोई दे जाओ ।
दर्द में अब मज़ा नहीं आता ।।

जब भी सोचेंगे उसको जीने की ।
ज़िंदगी दर्द का मज़ा देगी ।।

दर्द इसका समझ नहीं सकते ।
खो दिया हमने कितने अपनों को ।।

जैसा हैं हम अंदर से उसे वैसा ही दिखाना ।
मुश्किल है बहुत दर्द की तस्वीर बनाना ।।

दर्द शिद्दत को पार कर आया ।
इश्क़ रोया जो आज सीने में ।।

दर्द को राहतें नहीं मिलती ।
लफ़्ज़ एहसास जब सिमट जाए ।।

ज़िंदगी का कोई लम्हा न कभी तुझपे भारी गुज़रे ।
तेरे हर दर्द से कह दूंगी मुझसे होकर गुज़रे ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
13 Likes · 3 Comments · 426 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
■ अटल सौभाग्य के पर्व पर
■ अटल सौभाग्य के पर्व पर
*प्रणय प्रभात*
कहां गए बचपन के वो दिन
कहां गए बचपन के वो दिन
Yogendra Chaturwedi
बहुत टूट के बरसा है,
बहुत टूट के बरसा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इक ऐसे शख़्स को
इक ऐसे शख़्स को
हिमांशु Kulshrestha
तेरे बिना
तेरे बिना
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"प्यार में तेरे "
Pushpraj Anant
दोहा-विद्यालय
दोहा-विद्यालय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"किवदन्ती"
Dr. Kishan tandon kranti
(9) डूब आया मैं लहरों में !
(9) डूब आया मैं लहरों में !
Kishore Nigam
बात क्या है कुछ बताओ।
बात क्या है कुछ बताओ।
सत्य कुमार प्रेमी
ये कैसे होगा कि तोहमत लगाओगे तुम और..
ये कैसे होगा कि तोहमत लगाओगे तुम और..
Shweta Soni
जीवन संघर्ष
जीवन संघर्ष
Omee Bhargava
ମୁଁ ତୁମକୁ ଭଲପାଏ
ମୁଁ ତୁମକୁ ଭଲପାଏ
Otteri Selvakumar
सवर्ण पितृसत्ता, सवर्ण सत्ता और धर्मसत्ता के विरोध के बिना क
सवर्ण पितृसत्ता, सवर्ण सत्ता और धर्मसत्ता के विरोध के बिना क
Dr MusafiR BaithA
मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो🙏
मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तजुर्बे से तजुर्बा मिला,
तजुर्बे से तजुर्बा मिला,
Smriti Singh
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
surenderpal vaidya
2520.पूर्णिका
2520.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जीवन
जीवन
Bodhisatva kastooriya
रक्त के परिसंचरण में ॐ ॐ ओंकार होना चाहिए।
रक्त के परिसंचरण में ॐ ॐ ओंकार होना चाहिए।
Rj Anand Prajapati
*पल में बारिश हो रही, पल में खिलती धूप (कुंडलिया)*
*पल में बारिश हो रही, पल में खिलती धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रख हौसला, कर फैसला, दृढ़ निश्चय के साथ
रख हौसला, कर फैसला, दृढ़ निश्चय के साथ
Krishna Manshi
शिष्टाचार
शिष्टाचार
लक्ष्मी सिंह
प्रेम
प्रेम
Pushpa Tiwari
नदी किनारे
नदी किनारे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
वायदे के बाद भी
वायदे के बाद भी
Atul "Krishn"
श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर।
श्रद्धावान बनें हम लेकिन, रहें अंधश्रद्धा से दूर।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
राम आधार हैं
राम आधार हैं
Mamta Rani
आवाहन
आवाहन
Shyam Sundar Subramanian
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...