याद तुम्हारी
#यादें_तुम्हारी
जब तेरी_याद आती है
बहक़नें_सांसें लगती हैं
धड़कनें_गीत_गाती है
तेरी_खूबसूरत यादों की
जब_बारात_आती है
बिखर_जाते है_ख़्यालों में
हसीं गुज़रे_हुये मंज़र
महक़ने_फूल लगते हैं
“हवा”_जब_गुनगुनाती है
मुझको_चाँद_में_भी
नज़र_आती_है_तेरी सूरत
दुल्हन_की तरह चांदनी
जब_मुझको_सताती है
कुदरत_दे_रही_दावत
चलो_फिर_से बहारों_में
चमन_के चप्पे-चप्पे से
तेरी_खुशबू_आती है
गुज़र_जाती है_बारात
जब_भी तेरी_यादों की
मेरी_नम_पलकों_पर
वो”_नमीं_छोड़_जाती है