Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2024 · 1 min read

याद करने पर याद करता है ,

याद करने पर याद करता है ,
तेरी फुर्सत की क्या ज़रूरत हैं ।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 67 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
जुग जुग बाढ़य यें हवात
जुग जुग बाढ़य यें हवात
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
समझिए बुढ़ापे में पग धर दिये।
समझिए बुढ़ापे में पग धर दिये।
manorath maharaj
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
और क्या ज़िंदगी का हासिल है
Shweta Soni
लौह पुरुष
लौह पुरुष
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
यादों की जीवंत यात्रा
यादों की जीवंत यात्रा
Minal Aggarwal
आप खुद को हमारा अपना कहते हैं,
आप खुद को हमारा अपना कहते हैं,
ओनिका सेतिया 'अनु '
गुजरा वक्त।
गुजरा वक्त।
Taj Mohammad
"मिट्टी की महिमा"
Dr. Kishan tandon kranti
जिस दिन
जिस दिन
Santosh Shrivastava
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
Rj Anand Prajapati
सपनों में विश्वास करो, क्योंकि उन्हें पूरा करने का जो आनंद ह
सपनों में विश्वास करो, क्योंकि उन्हें पूरा करने का जो आनंद ह
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*गीत*
*गीत*
Poonam gupta
खण्डहर
खण्डहर
OM PRAKASH MEENA
बाबुल का आंगन
बाबुल का आंगन
Mukesh Kumar Sonkar
तितली-पुष्प प्रेम :
तितली-पुष्प प्रेम :
sushil sarna
🍈🍈
🍈🍈
*प्रणय*
मिटते गांव
मिटते गांव
Sanjay ' शून्य'
*
*"बसंत पंचमी"*
Shashi kala vyas
भविष्य प्रश्न
भविष्य प्रश्न
आशा शैली
तन्हा ही खूबसूरत हूं मैं।
तन्हा ही खूबसूरत हूं मैं।
शक्ति राव मणि
बाण मां सू अरदास
बाण मां सू अरदास
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मेरे दीदी आप के लिए
मेरे दीदी आप के लिए
पूर्वार्थ
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
हर विषम से विषम परिस्थिति में भी शांत रहना सबसे अच्छा हथियार
Ankita Patel
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
gurudeenverma198
आ जाये मधुमास प्रिय
आ जाये मधुमास प्रिय
Satish Srijan
राजकुमारी
राजकुमारी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हमें निंदा से डरना नहीं चाहिए क्योंकि जब तक जीवन है लोग कहें
हमें निंदा से डरना नहीं चाहिए क्योंकि जब तक जीवन है लोग कहें
Ravikesh Jha
घनाक्षरी
घनाक्षरी
अवध किशोर 'अवधू'
Loading...