Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Nov 2023 · 1 min read

यादों में तुम

महकते उपवन,
उपवन में मैं,
और मुझ में तुम।

पहली बारिश,
बारिश में में मिट्टी
की सोंधी खुशबू,
खुशबू में तुम।

बड़ी झील, वीआईपी रोड का
किनारा साथ में तुम।

सर्द रातें, लेट नाइट घूमना,
गरम जैकेट, जेब में हाथ डाले
हुए तुम।

चाय की चुस्की ,
चुस्की के साथ बातें,
कुल्हड़ साझा करते हुए तुम।

बेमतलब की बातों पर झगड़ा,
झगड़े में रूठना ,
रूठने पर मानते हुए तुम।

दूर का शहर , शहर में यादें,
यादों में तुम ।

Ajeet malviya “Lalit”

malviyaajeet3342@gmail.com

Language: Hindi
186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तन्हाई चुराने में पूरी ज़िंदगी निकाल दी गई,
तन्हाई चुराने में पूरी ज़िंदगी निकाल दी गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जब वो मिलेगा मुझसे
जब वो मिलेगा मुझसे
Vivek saswat Shukla
■ सुरीला संस्मरण
■ सुरीला संस्मरण
*प्रणय*
नया सपना
नया सपना
Kanchan Khanna
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
Shreedhar
इश्क की कीमत
इश्क की कीमत
Mangilal 713
दिनकर तुम शांत हो
दिनकर तुम शांत हो
भरत कुमार सोलंकी
संबंध
संबंध
Shashi Mahajan
मन
मन
Ajay Mishra
"किस पर लिखूँ?"
Dr. Kishan tandon kranti
राम रावण युद्ध
राम रावण युद्ध
Kanchan verma
ढूंढें .....!
ढूंढें .....!
Sangeeta Beniwal
*माँ सरस्वती (चौपाई)*
*माँ सरस्वती (चौपाई)*
Rituraj shivem verma
दोहा त्रयी. . . शीत
दोहा त्रयी. . . शीत
sushil sarna
और क्या कहूँ तुमसे मैं
और क्या कहूँ तुमसे मैं
gurudeenverma198
3606.💐 *पूर्णिका* 💐
3606.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
Rj Anand Prajapati
तुम मुझे सुनाओ अपनी कहानी
तुम मुझे सुनाओ अपनी कहानी
Sonam Puneet Dubey
मिलती है मंजिले उनको जिनके इरादो में दम होता है .
मिलती है मंजिले उनको जिनके इरादो में दम होता है .
Sumer sinh
*जो सत्य सनातन का गायक, जो भगवा को लहराता है (राधेश्यामी छंद
*जो सत्य सनातन का गायक, जो भगवा को लहराता है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
Umender kumar
"रिश्तों के धागे टूट रहे हैं ll
पूर्वार्थ
फल की इच्छा रखने फूल नहीं तोड़ा करते.
फल की इच्छा रखने फूल नहीं तोड़ा करते.
Piyush Goel
जीवन रूपी बाग में ,सत्कर्मों के बीज।
जीवन रूपी बाग में ,सत्कर्मों के बीज।
Anamika Tiwari 'annpurna '
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
Dr Archana Gupta
पिता के जाने के बाद स्मृति में
पिता के जाने के बाद स्मृति में
मधुसूदन गौतम
मंज़िल को तुम्हें यदि पाना हो ,तो चलते चलो तुम रुकना नहीं !
मंज़िल को तुम्हें यदि पाना हो ,तो चलते चलो तुम रुकना नहीं !
DrLakshman Jha Parimal
आखिर मैं हूं ऐसी क्यों
आखिर मैं हूं ऐसी क्यों
Lovi Mishra
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए...
Sunil Suman
बदल गया जमाना🌏🙅🌐
बदल गया जमाना🌏🙅🌐
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...