–यादों की….
यादों की चौखट पर ,चल आज फिर से,
बातों की बंदनवार को, स्नेह की डोरी से टिकाएं,
विश्वास के मोती से, सौहाद्र के फूलों से सजाए।
आपस में हंसे हंसाए, सारे गिले-शिकवे दूर कर,
खुशियों के वो पल बिताए,
कारणवश जो पीछे छूट गए,
हंसते-मुस्कुराते जीवन पथ की,
राहों को आ अब सरल बनाएं,
– सीमा गुप्ता