यादों की गठरी
सपनो के ताने बाने है
कुछ अरमान पुराने है
इक यादों की गठरी है
जिसमे जज्बात पुराने है
कुछ वादो की टूटन है
कुछ ख्वाबों की किरचन है
सब देख समझ कर रख लेना
कुछ नमी लगे तो रो लेना
यादो की गठरी तुम तक लेना
मै वहीं कहीं दिख जाउंगी
तुम अश्को से मुँह धोगे जब
मै ऑखो से बह जाउगी
वक्त विमुख है सह लेना
यादों की सिलवट तह लेना
जब सारा जग सो जाएगा
जब चंदा भी आ जाएगा
तुम बाट ख्वाब के जोह लेना
मै वही तुम्हे मिल जाउंगी
चिर तुममे मै खो जाउंगी
मै वही तुम्हे मिल पाउंगी