यादें
जीवन में कुछ साथी
बिछड़कर याद आते हैं ,
वो खुशी थोड़ी ही देते हैं
पर ग़म ज्यादा दे जाते हैै ।
दर्द उनसे बिछड़ने का
रह रह कर रुलाता है ,
संग उनके गुजरा हर पल
याद बहुत ही आता है ।
कितने महकते थे वो पल
जब वो साथ होते थे ,
समय पंख लगाता था
जब वो पास रहते थे ।
यादें उनकी जीवन में
मधुर अहसास देती हैं ,
उनके साथ होने का
एक आभास देती हैं ।
वो क्यों साथ नहीं मेरे
कसक एक ये ही बाकी है
ह्रदय के एक कोने में
छायी हरपल उदासी है ।
कभी आओगे नहीं तुम
ये मुझको भी खबर है ,
मन बहुत ही व्याकुल है
वह बड़ा ही नासमझ है ।
एक गोपी के जीवन में
तुम कृष्णा बन आए हो ,
मुट्ठी भर प्रेम बरसाकर
विरह जीवन में लाए हो ।
डॉ रीता
आया नगर , नई दिल्ली- 47