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25 Apr 2019 · 1 min read

यादें

नहीं है यादों का कुछ ठिकाना
कभी भी आना कभी भी जाना
हरेक पल को सँजो के रखतीं
है इनका कितना बड़ा खजाना

न बात कोई किसी से कहतीं
बसी हमारे दिलों में रहतीं
यही हमारी हैं मीत सच्ची
बखूबी आता इन्हें निभाना
नहीं है यादों का कुछ ठिकाना

गवाह हैं एक- एक पल की
यही कहानी कहेंगी कल की
न छोड़ती ये हमें कभी भी
नहीं सरल है इन्हें भुलाना
नहीं है यादों का कुछ ठिकाना

सजाती तनहाइयाँ हमारी
कभी उड़ा लेतीं नींद सारी
समझ न आया हमें ये इनका
कभी मनाना कभी सताना
न यादों का कुछ पता ठिकाना

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद(उ प्र)

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 292 Views
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