यादें
मनु स्मृतियों सी
जब हो जाती हैं “यादें”
रंग ए”पलाश ”
उसमें बहुत गहरा होता है
नूर बिखरता है
“ज़हनियत ” में कतरा-कतरा
उसके एहसासों पर
“सरगोशियों” का पहरा होता है
मिशा
मनु स्मृतियों सी
जब हो जाती हैं “यादें”
रंग ए”पलाश ”
उसमें बहुत गहरा होता है
नूर बिखरता है
“ज़हनियत ” में कतरा-कतरा
उसके एहसासों पर
“सरगोशियों” का पहरा होता है
मिशा