यादगार
यादगार
सीने में दफन
यादों की कब्र
साँसों में पलती
विस्मृतियों को
पुरजोर छलती
मृत अहसासों की
मधु-कटु स्मार्त
धड़कने रह गई
बनकर यादगार
-©नवल किशोर सिंह
यादगार
सीने में दफन
यादों की कब्र
साँसों में पलती
विस्मृतियों को
पुरजोर छलती
मृत अहसासों की
मधु-कटु स्मार्त
धड़कने रह गई
बनकर यादगार
-©नवल किशोर सिंह