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24 Jul 2021 · 1 min read

यातना

रोकना है रोक ले,भोगना है भोग लें,
सफर जिंदगी के,है तेरे हाथ में अब.
भोग चाहे, रोक ले, हंस हंस मौज ले.
दो दिन खेला, भले रो रोकर गुजार दें

डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 200 Views
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