Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2024 · 1 min read

*यह समय घोर कलयुग का है, सोचो तो यह युग कैसा है (राधेश्यामी

यह समय घोर कलयुग का है, सोचो तो यह युग कैसा है (राधेश्यामी छंद)
_________________________
यह समय घोर कलयुग का है, सोचो तो यह युग कैसा है
कोई पति पत्नी मित्र नहीं, नाता सबका बस पैसा है
पर-नारी पर-धन पर केवल, कटु नजर गड़ाई जाती है
जिस पर पैसा है उसकी ही, की सदा बड़ाई जाती है

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

11 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
शालीनता की गणित
शालीनता की गणित
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
प्रेम
प्रेम
Dinesh Kumar Gangwar
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
कदम भले थक जाएं,
कदम भले थक जाएं,
Sunil Maheshwari
जनाब पद का नहीं किरदार का गुरुर कीजिए,
जनाब पद का नहीं किरदार का गुरुर कीजिए,
शेखर सिंह
विकल्प
विकल्प
Sanjay ' शून्य'
सत्याग्रह और उग्रता
सत्याग्रह और उग्रता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
Ram Krishan Rastogi
तुम्हीं सुनोगी कोई सुनता नहीं है
तुम्हीं सुनोगी कोई सुनता नहीं है
DrLakshman Jha Parimal
पावस आने से प्रथम, कर लो सब उपचार।
पावस आने से प्रथम, कर लो सब उपचार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"मैं मजदूर हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
तू सरिता मै सागर हूँ
तू सरिता मै सागर हूँ
Satya Prakash Sharma
हंसी आयी है लबों पर।
हंसी आयी है लबों पर।
Taj Mohammad
माँ
माँ
Harminder Kaur
मृत्यु पर विजय
मृत्यु पर विजय
Mukesh Kumar Sonkar
कुछ तेज हवाएं है, कुछ बर्फानी गलन!
कुछ तेज हवाएं है, कुछ बर्फानी गलन!
Bodhisatva kastooriya
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शून्य से अनंत
शून्य से अनंत
The_dk_poetry
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अंधविश्वास का पुल / DR. MUSAFIR BAITHA
अंधविश्वास का पुल / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सज़ा तुमको तो मिलेगी
सज़ा तुमको तो मिलेगी
gurudeenverma198
मैं तो महज क़ायनात हूँ
मैं तो महज क़ायनात हूँ
VINOD CHAUHAN
एक रूपक ज़िन्दगी का,
एक रूपक ज़िन्दगी का,
Radha shukla
प्रशांत सोलंकी
प्रशांत सोलंकी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जो हार नहीं मानते कभी, जो होते कभी हताश नहीं
जो हार नहीं मानते कभी, जो होते कभी हताश नहीं
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कथनी और करनी में अंतर
कथनी और करनी में अंतर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
रेतीले तपते गर्म रास्ते
रेतीले तपते गर्म रास्ते
Atul "Krishn"
*भाता है सब को सदा ,पर्वत का हिमपात (कुंडलिया)*
*भाता है सब को सदा ,पर्वत का हिमपात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
#मज़दूर
#मज़दूर
Dr. Priya Gupta
Loading...